नागपूर प्रतिनीधी प्रबोधिनी न्युज- “देश के युवाओं का एक ही गान, राष्ट्रीय ध्वज का करेंगे सम्मान।” इसी प्रेरणादायी नारे के साथ, सी. पी. अँड बेरार महाविद्यालय, नागपुर से जुड़े 20 महाराष्ट्र एन.सी.सी. बटालियन के कैडेट्स ने 27 जनवरी 2025 को विशेष साइकिल रैली का आयोजन किया। यह रैली तिरंगे के प्रति गहरी संवेदनशीलता और सम्मान का संदेश फैलाने के उद्देश्य से की गई।
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के “हर घर तिरंगा” अभियान से प्रेरित इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के कार्यकारी प्राचार्य डॉ. अरविंद जोशी का कुशल नेतृत्व और उपप्राचार्य डॉ. जितेंद्र महाजन का समर्थन प्राप्त हुआ। यह पहल आठ वर्ष पूर्व प्राचार्य डॉ. मिलिंद बारहाते (सध्या स्थिति में कुलगुरु, अमरावती विद्यापीठ) के मार्गदर्शन में शुरू हुई थी।
कार्यक्रम का शुभारंभ प्रा. डॉ. चंद्रहास दीक्षित ने कैडेट्स और विद्यार्थियों को राष्ट्रध्वज के प्रति सम्मान और संवेदनशीलता का महत्व समझाकर किया।
रैली का आयोजन सी. पी. अँड बेरार महाविद्यालय से शुरू होकर अशोक चौक, बैद्यनाथ चौक, मोक्षधाम, सरदार पटेल पुतला, कॉटन मार्केट चौक, आगाराम देवी चौक, अग्रसेन चौक, और गांधी पुतला होते हुए पुनः महाविद्यालय पर समाप्त हुआ। पुलिस कमिशनर कार्यालय और यातायात विभाग से पूर्ण अनुमति प्राप्त कर रैली का सुचारू और संगठित रूप से संचालन किया गया।
20 महाराष्ट्र एन.सी.सी. बटालियन के अधिकारी, कर्नल विकास चंद्र शर्मा, प्रशासकीय अधिकारी कर्नल मंजू मुजुमदार, सुभेदार मेजर कुंदन सिंह (सेना मेडल), सुभेदार रघुवीर सिंह, हवलदार सोनू गुप्ता, और बी.एच.एम. हरदयाल सिंह ने कैडेट्स का मार्गदर्शन कर उनका उत्साह बढ़ाया। इस रैली का नेतृत्व कैप्टन डॉ. चेतन हिंगणेकर ने किया, जिनके प्रेरणादायी नेतृत्व में यह कार्यक्रम सफल रहा।
इस रैली का मुख्य उद्देश्य यह संदेश देना था कि राष्ट्रीय ध्वज का सम्मान केवल एक दिन की औपचारिकता नहीं है, बल्कि यह हमारे नैतिक और राष्ट्रीय कर्तव्यों का प्रतीक है। रैली के दौरान कैडेट्स ने शहरवासियों को जागरूक किया और राष्ट्रीय ध्वज के प्रति सम्मान बनाए रखने की अपील की।
हालांकि कुछ लोगों ने इसे कचरा उठाने की प्रक्रिया समझा, लेकिन इसका वास्तविक उद्देश्य नई पीढ़ी में राष्ट्रीय ध्वज के प्रति सम्मान और जागरूकता बढ़ाना था।
इस आयोजन ने सिद्ध किया कि जब युवा एकजुट होकर सही दिशा में प्रयास करते हैं, तो समाज में सकारात्मक बदलाव संभव है। नागपुर के नागरिकों ने इस रैली की सराहना की और यह संदेश लिया कि राष्ट्रीय ध्वज का सम्मान केवल हमारी जिम्मेदारी नहीं, बल्कि देशभक्ति का प्रतीक है।

